विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस क्या है कब और क्यों मनाया जाता है? विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2022 की थीम क्या है
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस क्या है कब और क्यों मनाया जाता है? विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2022 की थीम क्या है
क्या है विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के दिन प्रेस की स्वतंत्रता को चिन्हित करते हुए इस बात पर जोर दिया जाता है कि प्रेस को भय मुक्त और निष्पक्ष पत्रकरिता के लिए एक स्वतन्त्रित पर्यावरण दिया जाये, क्यूंकि "जब तक किसी भी देश का प्रेस स्वतन्त्र नहीं तब तक हम उस देश के लोकतंत्र को स्वतन्त्र कैसे कह सकते है" और इस दिन पत्रकारों का लोकतन्त्र में योगदान व उनके सराहनीय कार्यों को लेकर उन्हें सम्मानित किया जाता है और यह बताने के लिए कि प्रेस कैसे लोकतन्त्र की गरिमा को बनाये रखने तथा देश में जनता और सरकारों के बीच पारदर्शिता बनाये रखने में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, प्रेस को लोकतन्त्र का चौथा स्तम्भ कहा जाता है, इसलिए पत्रकारों में पत्रकारिता की मूलभावना को बनाये रखने तथा उनमे इसके प्रति जागरूकता फ़ैलाने के लिए विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है,
कब मनाया जाता है
वर्ष 1991 में यूनेस्को के आम सम्मेलन की शिफारिश के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा वर्ष 1993 में विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की घोषणा की गयी। तभी से 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मनाया जाने लगा, यह लोकतंत्र और सूचना और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की दिशा में विश्वव्यापी रुझान व मानव आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए यह एक मौलिक योगदान था. विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के दिन यूनेस्को द्वारा "गिलेरमो कानो वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम प्राइस" दिया जाता है, यह उन पत्रकारों या संस्थानों को दिया जाता है जिन्होंने प्रेस की स्वतंत्रता के लिए उल्लेखनीय कार्य किये हैं.
क्यों मनाया जाता है?
इसका उद्देश्य प्रेस की आजादी और उसके महत्त्व को लेकर लोगों में जागरूकता फ़ैलाने के लिए ये दिन मनाया जाता है यह दिन बताता है कि लोकतंत्र के मूल्यों की सुरक्षा और उसे बहाल करने में प्रेस कितनी अहम भूमिका निभाता है। इसलिए दुनियाभर की सरकारों को पत्रकारिता से जुड़े लोगों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करनी चाहिए. साथ ही यह दिन अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बनाए रखने और उसका सम्मान करने की प्रतिबद्धता की बात भी करता है।
क्या है इस वर्ष की थीम?
डिजिटल घेराबंदी के तहत पत्रकारिता -थीम 2022
वर्ष 2022 के विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की थीम "डिजिटल घेराबंदी के तहत पत्रकारिता" बीते कुछ समय में पत्रकरों पर हो रहे डिजिटल मध्यस्थता के हमलों के मामले काफी बढ़ते हुए दिखाई दिए हैं, जिससे पत्रकारों द्वारा बताये जाने वाले तथ्यों या जानकारी के स्त्रोतों के निजिता को लेकर सवाल उठते हैं, जिससे पत्रकारों को में अपनी स्वतंत्रता को लेकर भय रहता है कि उनके द्वारा एकत्रित की गयी जानकारी और उनके मूल स्त्रोतों पर निगरानी रखी जा सकती है, जो उनके अन्दर मानसिक तनाव और अस्वतंत्रता की भावना उत्पन्न करता है, इसलिए वर्ष 2022 के विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की थीम "डिजिटल घेराबंदी के तहत पत्रकारिता" रखी गयी है, जिससे इसको गंभीरता से लेते हुए इससे होने वाले नुकसानों को उजागर किया जा सके और इसके समाधान को लेकर चर्चा की जाये, इसलिए वर्ष 2022 के विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की थीम "डिजिटल घेराबंदी के तहत पत्रकारिता" का उद्देश्य पत्रकारों पर हो रहे हैकरो के हमले तथा इससे होने वाली साझेदारियों के विषयों को लेकर पत्रकारों में जागरूकता बढ़ाई जाये,
प्रेस लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माना जाता है, प्रेस सरकारों और जनता के बीच पारदर्शिता उत्पन्न करता है, प्रेस जनता की आकाँक्षाओं को सरकार के सामने रखता है और सरकार की नीतियों से जनता को रूबरू कराता है, इसलिए प्रेस की स्वतंत्रता मायने रखती है